Online पैसा कमाने के 25 आसान तरीके ✅✅✅


Online पैसा कमाने के 25 आसान तरीके  ✅✅✅


1. Freelancing

Freelancing बिजनेस एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ आप अपनी खुद की स्किल और विशेषज्ञता का उपयोग करके विभिन्न क्षेत्रों में काम कर सकते हैं। इस व्यवसाय में आप स्वतंत्र होते हैं और अपने समय, स्थान और उत्पादकता के आधार पर अपनी सेवाओं की बिक्री कर सकते हैं।



Freelancing बिजनेस स्टार्ट करने के लिए, सबसे पहले आपको अपनी स्किल और उत्पादकता की जांच करनी होगी। आपको अपनी स्किल सेट के आधार पर अपनी सेवाओं की लिस्टिंग बनानी होगी जो आप बेच सकते हैं। फिर आपको अपने सेवाओं को मार्केट करने के लिए अपना वेबसाइट बनाना चाहिए जो आपकी सेवाओं के बारे में जानकारी प्रदान करता है।

आपको अपने वेबसाइट पर अपनी सेवाओं की विवरण, आपके द्वारा अभिनय किए गए कार्यों का एक पोर्टफोलियो, आपकी कीमत निर्धारण और अन्य विवरण शामिल होने चाहिए। इसके अलावा, आप अपने सेवाओं को ऑनलाइन मार्केटप्लेस जैसे Upwork, Freelancer आदि पर भी बेच सकते है। 

2. Blogging

दोस्तों Blogging को समझने से पहले आपको यह समझना जरुरी है की Blog क्या होता है तो Blog एक प्रकार की वेबसाइट ही होती है जो ऑनलाइन इंटरनेट पर उपलब्ध होता है और कोई भी उसे इंटरनेट की मदद से एक्सेस कर सकता है और उस पर उपलब्ध जानकारी ले सकता है। Blog और वेबसाइट में क्या कुछ अंतर नहीं होता है इसके बारे में हम आगे बात करंगे तो अब जानते है की आखिर Blogging क्या होती है।



Blogging एक Blog के लिए एक पोस्ट,आर्टिकल ,Content लिखने की प्रकिर्या है या किसी ब्लॉग को बनाए रखने या उस पर Content लिखने की प्रकिर्या को Blogging कहा जाता है। Content किसी भी प्रकार का हो सकता है जो दूसरे लोगो के लिए महत्वपूर्ण, सहायक या दिलचस्प हो। सरल सब्दो में कहे तो दोस्तों जो वेबसाइट ब्लॉग है उस पर जानकारी को शेयर करना Blogging कहते है जैसे यह अभी आप आर्टिकल पढ़ रहे हो यह एक Blog वेबसाइट है इस पर हम लोगो को जानकारी देते है आर्टिकल पोस्ट लिखकर तो ऐसे ब्लॉग्गिंग कहते है।

3. Affiliate Marketing: 

इस पोस्ट में हम इन चीज़ों को cover करेंगे:-

  • Affiliate Marketing क्या है ?
  • Affiliate Marketing कैसे काम करती है ?
  • Affiliate Marketing से सम्बंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रशन (Frequently Asked Questions)



  • Affiliate Marketing क्या है ? (एफिलिएट मार्केटिंग)

  • Affiliate Marketing, marketing का एक ऐसा तरीका है, जिसमे कोई व्यक्ति अपने किसी source, जैसे कि ब्लॉग या वेबसाइट के द्वारा, किसी अन्य कंपनी या organization के products को प्रमोट करता है या recommend करता है। इसके बदले में वह कंपनी या आर्गेनाईजेशन उस व्यक्ति को कुछ commission देती है। अलग-अलग products के हिसाब से अलग-अलग commission होती है। यह commission sale का कुछ प्रतिशत हिस्सा भी हो सकती है या कुछ निश्चित राशी भी। यह products कुछ भी हो सकते हैं, web hosting से लेकर कपड़ों या electronics तक।

  • Affiliate Marketing कैसे काम करती है ?

  • जो company या organization अपने products प्रमोट करना चाहती है, वह अपना Affiliate Program offer करती है। अब कोई अन्य व्यक्ति जैसे कोई ब्लॉग या वेबसाइट owner उस program को  join करता है, तो company या organization उसे अपने ब्लॉग या वेबसाइट पर उनके प्रोडक्ट्स प्रमोट करने के लिए कोई बैनर या लिंक आदि देती है। अब अगले कदम में वह व्यक्ति अपने blog या website पर उस लिंक या बैनर को अलग-अलग प्रकार से लगता है। अब उस वयक्ति के ब्लॉग या वेबसाइट पर बहुत से visitors आते हैं। जब कोई visitor उस लिंक या बैनर पर click करके affiliate program offer करने वाली कंपनी या organization की वेबसाइट पर पहुँचता है और कोई चीज़ खरीदता है या किसी service के लिए sign up करता है तो उसके बदले में वह कंपनी या organization उसे commission देती है।

  • Affiliate Marketing से सम्बंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रशन (Frequently Asked Questions)

    तो चलिए Affiliate Marketing के बारे में इतना सब जान लेने के बाद कुछ ऐसे प्रशनों के उत्तर जानते है जो अक्सर आपके मन में Affiliate Marketing के विषय में आ सकते हैं।

    क्या एक ही  या वेबसाइट पर Affiliate Marketing और Ad Networks जैसे कि Adsense को use किया जा सकता है ?

    जी हाँ, Affiliate Marketing और Ad Networks को एक साथ use किया जा सकता है। कई लोगो के लिए Affiliate Marketing ad networks के मुकाबले, कमाई का बढ़िया source है।

    क्या Affiliate Marketing के लिए ब्लॉग या वेबसाइट होना जरूरी है ?

    जरूरी तो नहीं हैं, परंतु फिर भी Affiliate Marketing से पैसे कमाने का सबसे बढ़िय source, ब्लॉग या वेबसाइट है।

    Affiliate Marketing से जुड़ने के लिए क्या कोई खास course इत्यादि करना पड़ता है ?

    जी नहीं, 

    कौन-कौन सी companies या organizations Affiliate programs offer करती है ?

    देखये हर कोई company या organization Affiliate programs offer नहीं करती। आपको यह पता लगाना होगा की कौन सी companies या organizations यह programs offer करती है।

    तो कैसे पता लगाएं की कौन-कौन सी companies या organizations यह programs offer करती है ?

    Google Search कब काम आएगी, simply उस कंपनी का नाम ‘Affiliate’ word के साथ सर्च करें। इस प्रकार आप जान पाएंगे की वह कंपनी Affiliate Program offer करती है के नहीं। वैसे भी Internet पर ढेरों blogs हैं, जहाँ आप पता कर सकते है कि कौन सी companies या organizations यह program offer करती है और even की आप उनके बारें में full reviews पढ़ सकते हैं।

4. Dropshipping:आजकल का बहुत ही आसान बिजनेस है क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति इंटरनेट और एंड्रायड फोन से लैस रहता है। प्रत्येक व्यक्ति अब पहले की तरह बाजार जाकर दुकान से सामान खरीदने की जहमत कोई नहीं उठाता है। इसका कारण यह है कि आज की आधुनिक जीवन शैली में जहां युवा अपने जॉब में इतना व्यस्त हो जाता है कि उसे इस तरह के काम के लिए फुर्सत नहीं रहती है। यहां तक कि सिंगल फेमिली में कपल भी अपने-अपने जॉब में इतना व्यस्त रहते हैं कि उन्हें मार्केट की भागदौड़ करने का समय नहीं मिल पाता है। इसलिये अधिकांश लोग ऑनलाइन खरीद-फरोख्त को अधिक पसंद करते हैं। इसी बात का लाभ उठाकर लोग ड्रॉपशिपिंग का बिजनेस करके अच्छी खासी कमायी करते हैं।



ड्रॉपशिपिंग बिजनेस की शुरुआत करने के लिए बिजनेसमैन को सबसे पहले अपने ग्राहकों की पसंद व नापसंद को परखे और यह देखे कि उसका ग्राहक कौन सी वस्तुएं खरीदना अधिक पसंद करता है। इन सारी चीजों की एक लिस्ट बना ले। उसके बाद उसे चाहिये कि वो ऑफलाइन या ऑनलाइन थोक सप्लायर को तलाशे। थोक सप्लायर को तलाशते वक्त उसका पिछला रिकार्ड, वस्तुओं की क्वालिटी, सप्लाई करने का तरीका, वस्तुओं के रेट तथा उसका ड्रॉपशिपिंग बिजनेस मैन के साथ व्यवहार आदि को देखे।



5. Print on Demand: बिना इन्वेंट्री रखे टी-शर्ट, मग और फोन केस जैसे कस्टम-डिज़ाइन किए गए मर्चेंडाइज बनाएं और बेचें।


Print on Demand को Podcast on Demand भी कहते हैं। अगर आसान भाषा में कहे तो जो पुस्तक , कपड़े जैसे T-shirt, shirt, Mug, अन्य जेसे Product होते हैं। इन Product में प्रिंट फोटो या Text को Customer के मांग हिसाब से Design करके उस product की कीमत पहले से अधिक में बेचना ये मतलब उस Product की कीमत है ₹150 तो customer की मांग के मुताबिक design करके उसे ₹200 में बेचना। आइए और बारीकी से समझते हैं।

PRINT ON DEMAND (POD) एक Digital Printing Technique है जो जरूरत पड़ने पर पुस्तकों तथा पत्रिकाओं, कपड़ों और अन्य  को कम मात्रा में Print करने में सक्षम बनाती है। इस तकनीक (Technique) ने लेखकों, प्रकाशकों और अन्य सामग्री निर्माण करने वालों के लिए बड़े Print-run में निवेश (investment) किए बिना अपने उत्पादों को print करना और बेचना संभव बनाकर प्रकाशन उद्योग में क्रांति ला दी है।

पारंपरिक प्रकाशन मॉडल के लिए लेखकों को कोई भी 
Templete का उपयोग करके किसी Text या (image) की अनेक प्रतियाँ बनाना printing प्रक्रिया में महत्वपूर्ण समय और धन का खर्च (investment)  करने की आवश्यकता होती है। उन्हें अपनी किताबें लिखनी थीं, एक प्रकाशक यानी (Publisher) को सुरक्षित करना था, और फिर किताब को बेचने से पहले बड़ी मात्रा में छपने का इंतज़ार करना था। इसका मतलब यह था कि लेखकों को छपाई प्रक्रिया में पहला रूप से निवेश (invest) करके एक महत्वपूर्ण आर्थिक (financial) जोखिम उठाना पड़ा, लेकिन हां इस बात की कोई गारंटी नहीं थी कि उनकी पुस्तक बिकेगी।
POD Technique तकनीक ने वह सब बदल दिया है। POD के साथ, लेखक सबसे कम-से-कम का पहला खर्च के साथ अपनी पुस्तकें लिख और (publish) कर सकते हैं, और फिर अपनी पुस्तकों को मांग पर प्रिंट और बेच सकते हैं। इसका मतलब यह है कि लेखकों को अब अपनी पुस्तक की बहुत अधिक कॉपी (copies) छापने और बिना बिके वस्तु-सूची के साथ रहने के बारे में चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। इसके बजाय, जब उन्हें उनकी आवश्यकता होती है, तब वे केवल उतनी ही Copies छपाई कर सकते हैं जितनी उन्हें आवश्यकता होती है।

अपना Publisher के ऊपर लाने के कारण हाल के वर्षों में POD Technology तेजी से लोकप्रिय पसंदीदा हो गई है। POD के साथ, अपनी publisher पहले से कहीं अधिक सुलभ और सस्ता हो गया है। लेखक अब फैलाने की प्रक्रिया को पूरी तरह से बायपास कर सकते हैं और अपनी पुस्तकों को स्वतंत्र रूप से publish कर सकते हैं। इससे फैलाने का निर्माण का लोकतांत्रीकरण हुआ है, जिससे और अधिक लेखकों को दुनिया में अपना काम निकालने की अनुमति मिली है।


प्रिंट ऑन डिमांड Technology Digital प्रिंटिंग प्रेस का उपयोग करके किताबों और अन्य सामग्रियों को प्रिंट करने के लिए काम करती है, जब उनकी आवश्यकता होती है। यह पारंपरिक offset printing के विपरीत है, जिसके लिए प्रिंटिंग plates बनाने की आवश्यकता होती है और बड़े प्रिंट पहले से तैयार किए जाते हैं।
POD के साथ, पुस्तकें एक डिजिटल फ़ाइल का उपयोग करके छपाई की जाती हैं, जिसे सीधे Printing press में भेजा जाता है। इस फ़ाइल में पुस्तक, कपड़ों जैसे Tshirt को प्रिंट करने के लिए आवश्यक सभी जानकारी शामिल है, जिसमें Cover, Text और कोई फोटो या Graphics शामिल हैं। फिर Printing Press में जो आप चाहते हो इच्छित Format में पुस्तक, कपड़ा को Print करता है, चाहे वह Hardcover, Softcover या E-book हो।
 

6. Online Courses


यह आज के समय का सबसे ज़ादा पैसा कमाने वाला ऑनलाइन बिजनेस माना हैं | यहाँ बिलकुल ऐसा हैं जैसे आप किसी चीज को लोगो को सिखाते है | बस इसमें एक छोटा सा अंतर यह है की यह आपको online करना होता है | इसके लिए सबसे पहले आपको खुद का online course बनना होता है | जोकि आप इन्टरनेट की मदद से बहुत ही आसानी के साथ तैयार कर सकते है | जिसके बारे में हम आपको आगे जानकारी देने वाले हैं | इसके अपना online course तैयार होने के बात आपको इसे online सेल करना होता हे | और जोभी लोग आपके इस course को खरीदते हैं | वो बदले में आपको पैसा देते है |

7. YouTube Channel: Youtube से पैसा कमाने के लिए सबसे पहले आपको यूट्यूब पर अपना एक चैनल बनाना होगा। इसकी जानकारी आपको नीचे दी गई है। चैनल बनाने के बाद पैसे कमाने के जरिए आपको नीचे बताए जा रहे हैं।


  1. एडवरटाइजमेंट से मिलेगा पैसा: पेज पर आपके वीडियो शुरू होने से पहले, चलने के दौरान, खत्म होने के बाद और उनके आस-पास दिखने वाले विज्ञापनों से आपकी कमाई हो सकती है।
  2. चैनल की मेंबरशिप: पैसे चुकाकर आपके चैनल की मेंबरशिप लेने वालों द्वारा आपको पैसा मिलता है।
  3. मर्च शेल्फ: आपके फैन्स, वीडियो में दिखाए गए आपके ब्रैंड के प्रॉडक्ट ब्राउज कर खरीदते हैं तो आपको पैसे मिलते हैं।
  4. सुपर चैट और सुपर स्टिकर्स: आपका वीडियो देखने के दौरान, दर्शक सिर्फ एक बार इस्तेमाल होने वाला मजेदार ऐनिमेशन खरीद सकते हैं। इसके अलावा, वे कमेंट वाले सेक्शन में अपनी पसंद के मुताबिक बनाई गई कमेंट भी पोस्ट कर सकते हैं। इससे भी आपकोल पैसे मिलते हैं।
  5. YouTube Premium: जब YouTube Premium के सदस्य आपका वीडियो देखते हैं, तो सदस्यता के लिए चुकाई गई फीस का कुछ हिस्सा आपको मिलता है

Note: आपको यूट्यूब चैनल बनाने और यूट्यूब से पैसा कमाने के लिए किन-किन शर्तों को पूरा करना होता है। इसके बारे में जानकारी दे रहे हैं।

यूट्यूब से पैसा कमाने के लिए आवश्यक शर्तें

यूट्यूब से पैसा कमाने के लिए आपको यूट्यूब की कुछ शर्तों का पालन करना होगा। आपको यूट्यूब को मॉनिटाइज पॉलिसी को एक्सेप्ट करना होगा। इसके साथ ही आपके चैनल को कुछ क्राइटेरिया पूरे करने होंगे, जो हम आपको नीचे बता रहे हैं।

  1.  आपके यूट्यूब चैनल के 1000 सब्सक्राइबर्स होने चाहिए।
  2.  आपके यूट्यूब चैनल पर 4000 घंटे व्यू होने चाहिए। यह व्यू एक साल में पूरे होने चाहिए।
  3.  इसके साथ ही यूट्यूब शॉर्ट्स पर 3 महीने में 10 लाख व्यू होने जरूरी हैं।
  4.  आपके चैनल पर किसी तरह का कॉपी राइट या फिर कॉम्यूनिटी स्टेंटर्ड स्ट्राइक नहीं होनी चाहिए।
  5.  आपके चैनल यूट्यूब की शर्तों का उल्लघंन नहीं करना चाहिए।

8. Podcasting: प्रायोजन, संबद्ध विपणन और श्रोता दान के माध्यम से अपने पॉडकास्ट का मुद्रीकरण करें।

9. App Development: ऐप स्टोर या गूगल प्ले जैसे प्लेटफार्मों पर मोबाइल ऐप या गेम बनाएं और बेचें।

10.Virtual Assistant: आभासी सहायकः व्यवसायों या उद्यमियों को दूरस्थ रूप से प्रशासनिक सेवाएं प्रदान करें।

11. Social Media Management: व्यवसायों या व्यक्तियों के लिए सोशल मीडिया खातों का प्रबंधन करें।

12. Stock Photography: शटरस्टॉक, एडोब स्टॉक या गेटी इमेजेस जैसी स्टॉक फोटोग्राफी वेबसाइटों को अपनी तस्वीरें बेचें।

13. Online Tutoring: Chegg Tutors, Tutor.com, या VIPKid जैसे प्लेटफार्मों के माध्यम से अकादमिक विषयों या कौशल को ऑनलाइन सिखाएं।

14. Ebook Writing: अमेज़न किंडल डायरेक्ट पब्लिशिंग जैसे प्लेटफार्मों पर ईबुक लिखें और स्वयं प्रकाशित करें।

15. Online Surveys: ऑनलाइन सर्वेक्षणों में भाग लें और स्वैगबक्स, सर्वे जंकी या टोलुना जैसी साइटों पर अपनी राय के लिए भुगतान प्राप्त करें।

16. Transcription: कंपनियों या व्यक्तियों के लिए ऑडियो या वीडियो फ़ाइलों को पाठ में प्रतिलेखित करें।

17. Virtual Event Planning: वेबिनार, सम्मेलन या कार्यशालाओं जैसे वर्चुअल कार्यक्रमों के लिए इवेंट प्लानिंग सेवाओं की पेशकश करें।

18. Voiceover Work: विज्ञापनों, ऑडियोबुक या एनिमेशन के लिए वॉयसओवर सेवाएं प्रदान करें।

19. Online Focus Groups: ऑनलाइन फोकस समूहों में भाग लें और उत्पादों या सेवाओं पर अपनी राय साझा करने के लिए भुगतान प्राप्त करें।

20. Language Translation: दस्तावेज़ों, वेबसाइटों या सामग्री का एक भाषा से दूसरी भाषा में अनुवाद करें।

21. Drop-servicing: लेखन, ग्राफिक डिजाइन या विपणन जैसी आउटसोर्स सेवाएं और उन्हें अधिक कीमत पर बेचें।

22. SEO Consulting: व्यवसायों को उनकी ऑनलाइन दृश्यता में सुधार करने में मदद करने के लिए खोज इंजन अनुकूलन सेवाएं प्रदान करें।

23. Virtual Event Hosting: व्यवसायों या संगठनों के लिए वेबिनार, कार्यशालाओं या प्रश्नोत्तर सत्रों जैसे वर्चुअल कार्यक्रमों की मेजबानी करें।

24. Membership Sites: सदस्यता साइटें बनाएँ और उनका मुद्रीकरण करें जहाँ उपयोगकर्ता विशिष्ट सामग्री या सेवाओं तक पहुँच के लिए आवर्ती शुल्क का भुगतान करते हैं।

25. Web Design: व्यक्तियों या व्यवसायों के लिए वेबसाइट डिज़ाइन करें।



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